सोमवार, जून 15, 2009

एक सफेद चादर

एक आदमी सफेद कपडों में लिपटा ,
मुंह छुपाये ,
चौक की गलियों में घूमता हुआ ,
एक रात मुझे पक्के पुल पे मिल गया ,
देख कर मुझे , रोने लगा जोरों से ,
बा -मुस्किल ,उसे चुप कराया ,
पूछा तो ,
कहने लगा ,महगाई इतनी बढ़ गई ,
अब लगता है ,
मुझे अपना सफेद लबादा उतार कर ,
काला चोंगा पहनना होगा ,
माथे पे एक चिट लगानी पडेगी ,
जिसमें लिखा होगा ,
मै चोर हूँ -- पर मेरा बाप ईमानदार था ............

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