शुक्रवार, जून 26, 2009

बारिश

बम्बई में आज खूब जम के बरसा बादल,
मुरझाये चहेरों पे चमक आला ,
लडकी को लडके में मोह झलका ,
मिलने को मोबाईल का फोन खड़का ,
कहा लडकी ने आज भीगें गें हम दोनों ,
वक्त टाइम तै हो गया ,
माँ ने लड़की को बाहर जाने से मना किया ,
उसको ,उसके पापा के साथ बैंड-स्टैंड जाना था ,
पानी बरसता रहा , लड़का ....
लडकी के घर के सामने खडा भीगता रहा ,
लड़की घर में भीगती रही ,
माँ जब शाम को भीग कर ,
पति के साथ घर आयी ,
बेटी को भीगा देख कर पूछा ....?
तू घर में कैसे भीग गयी ,
लडकी ने शरमाते हुए कहा ....
वो बाहर खड़ा सड़क पे भीग रहा था ,
मैं बाथरूम के फुवारे के नीचे खड़ी भीग रहीथी .

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