उसके पास सांप का केचुल था ,
अक्सर लोगों को ,दिखा के डराता ,
उसके घर में एक नाग रहता है ,
गावं के लोग .........,
डर के उसकी पूजा करने लगे ,
उसकी दुकान चल निकली ,
घर के सामने एक नाग देवता का मन्दिर बन गया ,
उसी में बैठ के लोगो की तीमारदारी करता ,
एवज में झूठ की कमाई खाता ,
सांप इसके करतब को देख रहा था ,
उसके मन में एक विचार आया ,
सांप आदमी का रूप धर के ,
उस तांत्रिक के पास पहुँचा ,
लगा अपना हिस्सा मांगने ,
वो आदमी घबरा गया ,
सफेद झूठ का पर्दाफाश हो गया ,
रात में सांप ने उसको डंस लिया ,
धन के बंटवारे में .......,
सुबह उसकी लाश मन्दिर में मिली ......,
अब मन्दिर में वह नाग रहता है ,
दिन में पुजारी बन कर के रहता है ,
रात में सांप बन जाता है .................
3 टिप्पणियां:
khubsurat rachana & nice post
एक अनोखा अंदाज बात रखने का...
thanks for visiting my blog and praising it.
Your dunk is superb..
haya
एक टिप्पणी भेजें