यादें .........मैंने पहली फिल्म '' झनक झनक बाजे पायल '' देखी थी
पिता जी और बड़े मामा जी के साथ . . ...लखनऊ के नावेल्टी थ्येटर में
यह फिल्म लगी थी ......फिल्म के बारे में बहुत कुछ याद नहीं है .....
................मुंबई जब आया था और जब गोपी जी से मिला .....तो उन्हें
मैंने बताया उनकी फिल्म मैंने किस उम्र में देखी ............वह दोस्त की तरह
हो गये मेरे उनमे एक खासियत थी वह हर उम्र वाले से बड़ी आसनी से दोस्ती कर लेते थे
कुछ साल पहले जब उनकी मौत हुई .....उन्हें छोड़ने शमसान भूमी तक भी गया .मैं
...............आज भी जब उस खार की उस सडक से गुजरता हूँ जहां वह कभी रहते
थे ..............बरबस ही याद आ जाते हैं ..........
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