शुक्रवार, जुलाई 10, 2009

संख्या पर रोक लगाओ ,
वरना तुम्हारा संसार ,
सूख के बंजर हो जायेगा ,
टिडडियो की तरह पूरे देश की ,
हरियाली चाट जायेंगे ,
अभी भी अपनी आखें खोल लो ,
धोने के लिए पानी नही मिलेगा ,
जूठे मुहं रहना पडेगा ..............,

नेता यह सब नही करेगा ,
उसकी जीत तो वोटों से होती है ,
हारना वो चाहता नही ,रखना वो चाहता है ,
हथियार तुम्हारे हाथ में ,
कीडे -मकोडों की तरह तुम्हे ,

काट डालो उस पेड़ को जिस पे वो बैठा है
वरना एक वक्त का चूल्हा जलाने को ,
हफ्तों लग जाएगा ,
अपने ही हाथो से ,
अपने बच्चों का गला काटोगे ..............,

1 टिप्पणी:

ओम आर्य ने कहा…

सुन्दर सन्देश ............सुन्दर .......अच्छा तरीका