सर्प उसका नाम ,
डसने की आदत है उसको ,
अक्सर यह -उनकों ही डंसता ,
जो उसको दूध पिलाते .....,
मैनें भी ,एक सर्प पाल रखा ,।
इस कहावत को ,खूब याद रखा ,
रात को इसे छोड़ देता ......,
अपना भोजन वो ख़ुद खोज लेता ,
मैंने उसे डंसने की ट्रेनिंग दे दी है ,
किसको डंसना,और कब डंसना ,
अब मैं पिस्तौल नही रखता ,
जेब में वो सांप रखता ,जिसकी सुपारी मिलती ,
उसकी फोटो सांप को दिखाता ,
तीन दिन की ट्रेनिंग देता ,चौथे दिन ,उसे छोड़ देता ,
पांचवे दिन वो आदमी ,सर्प डंक से मारा जाता ,
मैंने एक सांप पाल रखा है ...........,