शुक्रवार, अक्तूबर 30, 2009

Khushi Ki Duniya: * तलाश... *

Khushi Ki Duniya: * तलाश... *अलग कुछ सोचना अपने में एक अलग बात है ...और कुछ आप ऐसा कर रहीं है

1 टिप्पणी:

शरद कोकास ने कहा…

मुझे आप्के इस ब्ळोग का नाम अच्छा लगा मेरी एक कविता की पंक्ति है .." भंगार से भी निकल आती है काम की चीज़े अक्सर ..."