बहुत सोचने के बाद एक बात याद आती है ,जब मैं बहुत छोटा था
उम्र यही कोई तीन चार बरस के बीच की .....मैं माँ के साथ सोया हुआ
था .......हजपुरा ग्राम में ......रात को चोर घुस आये, घर क़ा बहुत सारा समान चुरा
ले गये ...
सुबह जब मैं उठा था तो देखा चोर लोग कैसे घर में घुसे थे, दीवाल में छेद कर
के घर के अन्दर आये थे. उस समय गावं की दीवार कच्ची मिटटी की होती थी .......
.यह मेरे बचपन की पहली याद है जो मुझे अच्छी तरह से याद है .......
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