गुरुवार, मार्च 27, 2014

सब कि जबान एक तरह कि नहीं होती है ,
उनके मुहँ से हमेसा अपशब्द ही निकलते है
इस तरह कर के ,वह अपने आप को हिटलर समझती है
उस दिन कि बात है खुद ही अपने बेटे को माँ -बहन देती रही
यह सुन बेटा  माँ से बोला  माँ  आप हैं क्या ?
माँ कि आँखों में एक शक उभरा ,यह जबान
मेरी मर्दों कि कैसे हो गयी ,…………।

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