भंगार By Ram Lakhan Mishra
रविवार, अक्तूबर 16, 2016
वही पल फिर आ गया ,जिसे मै भूलना चाहता हुँ लेकिन वह हमेशा मेरे सामने आ के खड़ा होजाता है ।चिल्ला -चिल्ला के कहता है । भाग जा भाग जा ,मैं वहीं खड़ा रहता हूँ ,एक डर जो मुझ में बैठा था कभी वह मुझे छोड़ के जा चुका था ।
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